‘मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदाता साक्षरता’ की थीम पर मनाया गया 10वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस

रायपुर(आईएसएनएस)। छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा आज यहां पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय प्रेक्षागृह में दसवां राष्ट्रीय मतदाता दिवस ‘मजबूत लोकतंत्र के लिए मतदाता साक्षरता’ की थीम पर मनाया गया। इस मौके पर यहां लोगों को जागरूक करने अनेक रोचक खेलों और प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और वीवीपैट का प्रदर्शन कर लोगों को मतदान प्रक्रिया की जानकारी दी गई। लघु फिल्मों के जरिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, वीवीपैट और सेवा मतदाता के रूप में नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया गया।

समारोह में लोकसभा निर्वाचन-2019 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कार दिए गए। हाल ही में मतदाता बने युवाओं को एपिक कॉर्ड वितरित किए गए। सेवा मतदाता के रूप में नाम दर्ज कराने वाले सी.आर.पी.एफ. जवानों को सम्मानित किया गया। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के स्टेट आइकॉन सुप्रसिद्ध लोक गायिका श्रीमती ममता चन्द्राकर और मशहूर शेफ विजय शर्मा का भी सम्मान किया गया। समारोह में मौजूद सभी लोगों ने स्वतंत्र, निष्पक्ष व शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखने तथा किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ ली। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्य सूचना आयुक्त एम.के. राऊत ने कहा कि आज का दिन आम आदमी का दिन है। आम आदमी ही यहां मतदाता भी है। निर्वाचन में हर नागरिक को अपनी सहभागिता जरूर देनी चाहिए। लोकतंत्र में एक-एक मत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि युवाओं के अधिक संख्या में मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने और भारत निर्वाचन आयोग की ‘स्वीप’ गतिविधियों के कारण चुनाव दर चुनाव मतदान का प्रतिशत बढ़ रहा है। लोकतंत्र के महापर्व आम निर्वाचनों को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में आयोग और शासन-प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी कठिन परिश्रम करते हैं। श्री राऊत ने युवाओं से अपील की कि वे अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराकर एपिक कार्ड अवश्य बनवाएं। निर्वाचन की प्रक्रियाओं को सरल और सुलभ बनाने के लिए वे अपने सुझाव भी आयोग को दे सकते हैं। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह भी मौजूद थे।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के.एल. वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन मतदाताओं को समर्पित है। साथ ही निर्वाचन संपन्न कराने में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों के अथक योगदान को भी रेखांकित करने का दिन है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन प्रक्रियाओं के संपादन में विश्वविद्यालय हमेशा से सहभागी रहा है। विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों और अधिकारियों ने बेसलाइन सर्वे व एंडलाइन सर्वे के काम तथा ईवीएम और वीवीपैट के बारे में लोगों को जागरूक करने का काम किया है। यहां के विद्यार्थी नुक्कड़ नाटकों और अन्य गतिविधियों के जरिए मतदाताओं को जागरूक करने का काम करते रहे हैं। उन्होंने सभी लोगों को अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करने कहा।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबसाहेब कंगाले ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता पंजीयन और मतदान केन्द्रों में मतदाताओं के लिए अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया कराने कई नई पहल की गई हैं। उन्होंने राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मतदान का प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। लोकसभा निर्वाचन-2019 में हुए 71 प्रतिशत मतदान को आगामी निर्वाचनों में बढ़ाकर 80 प्रतिशत तक ले जाने का हमारा लक्ष्य है। मतदाताओं का पुरूष-महिला अनुपात यहां बहुत बेहतर है। प्रदेश के 50 विधानसभा क्षेत्रों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरूष मतदाताओं से अधिक है। समारोह में अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.सी. देवसेनापति, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी समीर विश्नोई और डॉ. के.आर.आर. सिंह, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी उज्जवल पोरवाल, दुष्यंत रायस्त ,सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शारदा अग्रवाल और रूपेश वर्मा और कलेक्टोरेट रायपुर के उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजीव पांडे ,मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारी,विश्वविद्यालय के विद्यार्थीगण और बड़ी संख्या में युवा मतदाता मौजूद थे।

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