3746 गांधी जी के ग्राम सुराज का रास्ता ही छत्तीसगढ़ सरकार का रास्ता : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि गांधी जी के ग्राम सुराज का रास्ता ही छत्तीसगढ़ सरकार का रास्ता है। हमारी सरकार गांवों, किसानों, ग्रामीणों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए काम कर रही है। गांव और ग्रामीणों की स्थिति में बदलाव आए इसकों लेकर कई योजनाएं शुरू की गई है। किसानों की कर्ज माफी, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी, कमजोर परिवारों को सार्वभौम पीडीएस के माध्यम से खाद्यन्न वितरण सहित ऐसी कई योजनाएं है जिनके माध्यम से लोगों को सीधे मदद दी जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बेमेतरा के बेसिक स्कूल ग्राउंड में विशाल किसान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गांवों में स्थापित गौठानों में अजीविका मूलक गतिविधियों से लोगांे को रोजगार मिला है। उन्हें अतिरिक्त आय होने लगी है। छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गोबर की खरीदी के शुरूआती दौर में लोग इसका मजाक उड़ाते थे आज उन लोगों ने देख लिया है कि गोबर का कितना महत्व है। हमारे गौठानों में गोबर से जैविक खाद, बनने लगी है, जिससे राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा मिला है। अब हम गोबर से विद्युत उत्पादन करने जा रहे है। विद्युत उत्पादन का काम गांव की हमारी महिला बहने करेंगी और बेचेंगी। गौठानों को हम रूरल इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित कर रहें है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध संसाधनों से कई उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इसके मार्केटिंग की व्यवस्था शासन प्रशासन के जिम्मे होगी।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बेमेतरा जिले में 503 करोड़ रूपए की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया और सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत 20 हितग्राहियों को 8.94 लाख रूपए की अनुदान सहायता राशि तथा 25 हितग्राहियों को सिलाई मशीन, स्प्रेयर एवं ट्राईसायकल का भी वितरण किया। मुख्यमंत्री कार्यक्रम में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा 2.07 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित भवनों, जल संसाधन विभाग द्वारा 31.06 करोड़ की लागत से निर्मित 9 सिंचाई परियोजनाओं सहित एनीकट कम काजवे, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा 72.50 लाख रूपए की लागत से निर्मित 12 सार्वजनिक परिसंपत्तियों, लोक निर्माण विभाग द्वारा 34.75 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 16 सड़कों, पुल-पुलियों एवं भवनों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम में विभिन्न विभागों द्वारा जनसुविधा एवं विकास के 449 कार्यों की का भूमिपूजन, जिसमें पेयजल सुविधा का विस्तार, सड़क, भवन, पुल-पुलिया का निर्माण मुख्य रूप से शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर बेमेतरा जिले के देवकर, भिंभौरी को तहसील तथा मारो को उप तहसील बनाए जाने, थान खम्हरिया में पॉलीटेक्निक कॉलेज, साजा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, परपोड़ी एवं साजा के स्वास्थ्य केन्द्र का सामुदायिक केन्द्र में उन्ययन, देवरबीजा और नांदघाट में महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने दाढ़ी को नगर पंचायत बनाने , नवागढ़ में उप कोषालय तथा कन्या पोस्ट मेट्रिक छात्रावास प्रारंभ करने, साजा के एग्रीकल्चर कॉलेज का नामकरण स्वर्गीय कुमारी देवी चौबे के नाम करने, बेमेतरा के कृषि महाविद्यालय का नामकरण पूर्व विधायक स्वर्गीय डॉ. चेतन वर्मा के नाम किए जाने, बेमेतरा में ऑडिटोरियम का निर्माण तथा बेमेतरा नगर पालिका को एक करोड़ तथा जिले के नगर पंचायतों को विकास कार्यों के लिए 50-50 लाख रूपए दिए जाने की घोषणा की।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में संचालित योजनाओं से सभी वर्गाे में खुशहाली आई है। किसानों और ग्रामीणों को सीधे मदद पहंुचाने से छत्तीसगढ़ में कोरोना काल में भी बाजार और व्यापार में रौनक बनी रही। उन्होंने कहा कि राज्य में सड़कों के निर्माण के लिए 12 हजार करोड़ रूपए की मंजूरी दी गई है। अभी 5 हजार करोड़ रूपए की लागत से सड़क निर्माण की मंजूरी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 2 सालों में राज्य की सभी सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत का कार्य पूरा कराए जाने की योजना है। उन्होंने बेमेतरा जिले में भी सड़कों के मरम्मत एवं निर्माण का कार्य प्राथमिकता से कराए जाने का भरोसा दिलाया।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि पौन तीन सालों में भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के खाते में 85 हजार करोड़ रूपए की राशि सीधे हस्तांतरित की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के असहयोग और कोरोना संक्रमण की विपरित परिस्थिति के बावजूद भी मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की जनता से किए अपने एक-एक वायदे को निभा रहे है। उन्होंने कहा कि एक ओर केन्द्र सरकार सार्वजनिक परिसम्मतियों को नीलाम कर रही है, जबकि छत्तीसगढ़ सरकार लोगों को आत्मनिर्भर और गांवों को मजबूत और स्वावलंबी बनाने के लिए काम कर रही है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को 5750 करोड़ रूपए की मदद बीते साल दी गई। इस साल 5702 करोड़ की मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों के चलते उत्पादन और किसानों की संख्या में वृद्धि हुई है। बीते खरीफ में राज्य में 92 लाख मैट्रिक टन धान की रिकार्ड खरीदी हुई। उन्होंने कहा कि फसल की स्थिति अच्छी है। इस साल 1 करोड़ 5 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी का अनुमान है। उन्होंने इस मौके पर छत्तीसगढ़ सरकार की अन्य कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख करते हुए बेमेतरा जिले के विकास की मांगे रखी।
कार्यक्रम को संसदीय सचिव गुरूदयाल बंजारे एवं विधायक आशीष छाबड़ा ने भी संबोधित किया और कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गांव और ग्रामीणों के उत्थान के कामों को पूरा करके गांधी जी के सपने को साकार कर रहें है। उन्होंने बेमेतरा एवं नवागढ़ क्षेत्र के विकास के संबंध में विकास एवं निर्माण की कई मांगे रखी और मुख्यमंत्री श्री बघेल से इनको पूरा कराए जाने का आग्रह किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में कलेक्टर भोसकर विलास संदीपान ने स्वागत उद्बोधन दिया। कार्यक्रम का शुभांरभ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन से हुआ। इस अवसर पर गांधी जी के प्रिय भजन की प्रस्तुति प्रसिद्ध भजन गायक प्रभंजय चतुर्वेदी ने दी। कार्यक्रम स्थल पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, कृषि, महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वच्छ भारत मिशन, मत्स्य पालन, पशुधन, उद्यानिकी एवं पंचायत एवं ग्रामीण विभाग के बिहान महिला स्व. सहायता समूह द्वारा आर्कषक प्रर्दशनी भी लगाई गई थी।