आदिवासी नृत्य महोत्सव का सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोग घर बैठे ही ले रहे आनंद
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का लाखों लोग सोशल मीडिया के जरिए घर बैठे ही आनंद उठा रहे है। कड़ी ठंड के बावजूद साईंस कॉलेज मैदान में देर रात तक बड़ी संख्या में लोग देश और विदेश से आए जनजातीय कलाकारों के मनमोहक नृत्यों का लुत्फ उठा रहे है वहीं लाखों की संख्या में लोग अपने घरों में ही बैठकर सोशल मीडिया के जरिए इसे लाइव देख रहे है।
मुख्यमंत्री और जनसंपर्क विभाग के साथ ही ट्राइवलफेस्ट-2019 के ऑफिशियल फेसबुक पेज पर आदिवासी नृत्य महोत्सव का लाईव प्रसारण होने से इस कार्यक्रम ने प्रदेश के साथ ही देश-विदेश में बैठे लोगों तक अपनी आसान पहुंच सुनिश्चित की है। महोत्सव के दूसरे दिन के कार्यक्रमों के टीजर वीडियो को मात्र 6 घण्टें में ही 13 हजार लोगों ने देख लिया है इस वीडियों को प्रतिघण्टा 2 हजार से अधिक लोग देख रहे है। इसी तरह प्रथम दिन राहुल गांधी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित महोत्सव के शुभारंभ समारोह के वीडियों को अब तक 90 हजार से अधिक लोगों ने देख लिया है और यह संख्या लगातार तेजी से बढ़ रही है।
छत्तीसगढ़ में पहली बार आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव को लेकर लोगों के कमेन्टस् भी जबरदस्त आ रहे है। सूर्यकांत सिन्हा ने इस अनोखी पहल के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा है कि इस आयोजन से निश्चित ही आदिवासी कलाकारों का खोया हुआ सम्मान उन्हें वापस मिलेगा। जीवन लाल चन्द्राकर ने लिखा कि हमर कला व संस्कृति के सुघ्घर पहचान, सबला देवत हे बराबर सम्मान। हितेश देशमुख ने लिखा कि इस आयोजन ने छत्तीसगढ़ और यहां के आदिवासियों का मान विश्व में बढ़ाया। हरीश कौशिक ने लिखा कि इससे छत्तीसगढ़ को एक नई पहचान मिली है। सुधा सरोज ने लिखा कि ऐसे मंच को बारम्बार नमन जिसमें पूरे देश को एक होने का संदेश दे रहा है। सुमीत तिवारी ने लिखा कि राज्य बनने के बाद पहली बार ऐसा आयोजन हुआ।