हमारे बुजुर्गों हमारी धरोहर और पथ प्रदर्शक, उनका देश के इतिहास में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा: मुख्यमंत्री
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बेमेतरा जिले के ग्राम सिलघट (भिंभौरी) में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय नाथूराम टिकरिहा, स्वर्गीय सुकलाल टिकरिहा एवं समाजसेवी स्वर्गीय गोकुल प्रसाद टिकरिहा की प्रतिमा का अनावरण किया। ग्राम सिलघट में उपस्थित राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि हमारे बुजुर्गों हमारी धरोहर और पथ प्रदर्शक हैं। उनका हमारे समाज के साथ-साथ देश के इतिहास में भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। ग्राम सिलघट राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से प्रगति शील गांव रहा है। जहां अनेक विभूतियों ने यहां जन्म लिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय नाथूराम टिकरिहा और स्वर्गीय सुकलाल टिकरिहा ने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इन दोनों महान विभूतियों ने आचार्य विनोवा भावे के साथ भू-दान आंदोलन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। समाजसेवी स्वर्गीय गोकुल प्रसाद टिकरिहा 25 साल तक सरपंच रहे। उन्होंने भी भू-दान आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वे हमेशा किसानों और मजदूरों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत रहे।
मुख्यमंत्री ने धान खरीदी व्यवस्था के संबंध में बताया कि धान खरीदी के लिए राज्य सरकार द्वारा बारदानों की व्यवस्था के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राईस मिलर्स, पीडीएस और किसानों के पास उपलब्ध बारदानों का उपयोग धान खरीदी में करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने इस अवसर पर ग्राम सिलघट में मंगल भवन की स्वीकृति की भी घोषणा की।
इस अवसर पर कलेक्टर बेमेतरा शिव अनंत तायल, जिला पंचायत बेमेतरा के सदस्य राहुल योगराज टिकरिहा, बेरला जनपद पंचायत की सदस्य कुमारी पूजा टिकरिहा, ग्राम पंचायत सिलघट की सरपंच संध्या टिकरिहा सहित सर्वश्री योगानंद टिकरिहा, आदित्य टिकरिहा समेत टिकरिहा परिवार के सभी सदस्य व ग्राम पंचायत सिलघट के ग्रामीण उपस्थित थे।