चांपा के सुप्रसिद्ध कोसा वस्त्र अब प्राकृतिक रंगों में भी होंगे तैयार : मंत्री गुरु रूद्रकुमार

रायपुर(आईएसएनएस)। ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर चांपा के सुप्रसिद्ध कोसा वस्त्र अब विभिन्न प्राकृतिक रंगों में तैयार किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान वस्त्रों की रंगाई में प्राकृतिक रंगों के प्रयोग पर बल दिया था। इन प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा जांजगीर-चांपा जिले में 6 से 9 फरवरी तक तीन दिवसीय वनस्पतिक रंगाई प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।

ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों ने बताया की ग्रामोद्योग संचालनालय हाथकरघा के सहयोग से छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ मर्यादित रायपुर द्वारा भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान चांपा में लखनऊ से आए निजी संस्थान के मास्टर ट्रेनर और उनके सहयोगी द्वारा 20 बुनकर-डायर को वनस्पति रंगाई विधियों का प्रशिक्षण दिया गया। उक्त प्रशिक्षण में बुनकरों डायर को यार्न एवं फैब्रिक में डिगमिंग एवं ब्लीचिंग की विधि के साथ वनस्पतिक रंग जैसे कत्था, मंजिष्ठा, गेंदा फूल, अनार का छिलका, टेसू और शहतूत की पत्तियों से रंग तैयार कर रंगाई की विधियों में प्रशिक्षित किया गया। वनस्पति के रंगाई प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ ग्रामोद्योग संचालनालय हाथकरघा के अपर संचालक द्वारा किया गया था। कार्यशाला में प्रशिक्षणरत बुनकरों-डायर को प्रशिक्षण उपरांत अपने रंगाई इकाई एवं कार्यशाला में वनस्पतिक रंगों के कार्य को निरंतर करने हेतु प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर ए अयाज महाप्रबंधक छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा संघ रायपुर, पी रंगारी प्रभारी प्राचार्य भारतीय हाथकरघा प्रौद्योगिकी संस्थान, सौरभ ठाकुर सहायक संचालक हाथकरघा छत्तीसगढ़ चांपा एवं चांपा संस्थान के लेक्चरर एवं डिप्लोमा अध्ययनरत छात्र उपस्थित थे।

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