मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जन्मदिन पर आज वीडियो कॉन्फ्रेेंसिंग के जरिए स्वीकार की बधाई और शुभकामनाएं
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने जन्मदिन पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने शुभचिंतकों और प्रशंसकों से रू-ब-रू होकर उनसे शुभकामनाएं स्वीकार की और सभी लोगों को उनकी शुभेच्छाओं, स्नेह और आशीर्वाद के लिए धन्यवाद दिया। कोरोना संकट को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल आज अपने निवास कार्यालय में प्रदेश के विभिन्न जिलों और विकासखण्ड मुख्यालय में उपस्थित जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और नागरिकों से वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए ऑनलाईन जुड़े और सबका अभिवादन एवं शुभकामनाएं स्वीकार की।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान विभिन्न जिलों में वर्षा की स्थिति और खरीफ फसलों की स्थिति के बारे में जानकारी भी ली। वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान जनप्रतिनिधियों ने केक काटकर, गुलदस्ते के साथ मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी। सुकमा जिले और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही सहित विभिन्ना जिले के जनप्रतिनिधियों ने केक काटा। मस्तूरी के पूर्व विधायक दिलीप लहरिया ने छत्तीसगढ़ी गीत ’जय हो छत्तीसगढ़ महतारी, तोर हवय चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी’ गीत गा कर मुख्यमंत्री को बधाई और शुभकामनाएं दी। कोटा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे लोग मुख्यमंत्री श्री बघेल का जन्मदिन किसान दिवस के रूप में मना रहे हैं। मालखरौदा के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि आज के दिन मालखरौदा में सात हजार पौधों का रोपण किया गया है। महासमुंद में जनप्रतिनिधियों ने 65 कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया। रायपुर पश्चिम विधायक श्री विकास उपाध्याय ने मुख्यमंत्री के जन्मदिवस पर हवन कराया।
मुख्यमंत्री बघेल ने बस्तर संभाग के बीजापुर जिले के जनप्रतिनिधियों से वहां बाढ़ की स्थिति की जानकारी भी ली और उनसे कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों को स्कूल और पंचायत भवनों में सुरक्षित रखने और उनके भोजन की व्यवस्था की जाए। उन्हें आवश्यक होने पर उपचार की सुविधा भी दी जाए। मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के प्रतिनिधियों को चर्चा के दौरान तीजा, गणेश चतुर्थी, नुआखाई पर्व की बधाई दी। उन्होंने कहा कि बस्तर में कोरोना से बहुत बेहतर ढंग से लड़ाई लड़ी गई है। अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। इससे बचाव जरूरी है। उन्होंने कहा कि 20 अगस्त को राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना की राशि किसानों और पशुपालकों को दी गई है। इससे कृषि कार्यो में मदद मिलेगी और त्यौहारों के समय खर्च की व्यवस्था भी हो सकेगी। उन्होंने बताया कि तेन्दूपत्ता संग्रहकों को वर्ष 2018 के तेन्दूपत्ता प्रोत्साहन की राशि के रूप में 232 करोड़ रूपए की राशि दी गई है। राज्य सरकार लोगों को अधिक से अधिक आय और रोजगार के साधन उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है। तेन्दूपत्ता संग्रहण की दर बढ़ाकर चार हजार रूपए की गई। वहीं महुआ की खरीदी 30 रूपए प्रति किलो की दर पर की गई है। काजू की खरीदी भी की जा रही है। प्रसंस्करण के बाद काजू बेचने से होने वाले लाभ की राशि भी संग्रहकों को दी जाएगी। उन्होंने कहा कि डी.एम.एफ. की राशि का उपयोग शिक्षा और स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर न सिर्फ बस्तर को अपितु छत्तीसगढ़ को समृद्धि के रास्ते पर ले जाएंगे।
कोरिया जिले के भरतपुर विकासखण्ड के जनप्रतिनिधियों ने राम वन गमन पथ में भरतपुर के सीतामढ़ी-हरचैका को शामिल करने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। सोनहत विकासखण्ड के कटघोड़ी में बिजली की समस्या की जानकारी जनप्रतिनिधियों ने दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां विभाग से सर्वे कराकर आवश्यक होने पर बिजली सब स्टेशन की स्थापना की जाएगी।
बिलासपुर जिले के जनप्रतिनिधियों ने अरपा बेसिन विकास प्राधिकरण के गठन और नगर निगम बिलासपुर की सीमा बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। नवगठित गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के जनप्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अरपा महोत्सव का आयोजन अब इस नवगठित जिले में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस नए जिले के गठन की लोग बड़े लंबे समय से मांग कर रहे थे। अब इस नए जिले की गठन के बाद यहां शासकीय कार्यालय तेजी से खुल रहे हैं। निर्माण कार्यो में भी गति मिली है। मरवाही में स्वर्गीय बिसाहूदास महंत के नाम से उद्यानिकी महाविद्यालय खोला जाएगा। जांजगीर-चांपा जिले के जनप्रतिनिधियों ने वहां यूरिया खाद की कमी की जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को अधिक कीमत में खाद मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूरिया खाद की कालाबाजारी करने वालों की यदि जानकारी है तो जिला प्रशासन को दे। कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में यूरिया की कमी नहीं है। किसानों को उचित मूल्य पर यूरिया खाद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में गोधन न्याय योजना का अच्छा क्रियान्वयन हुआ है।
मुंगेली जिले के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि जिले के तीन विकासखण्डों पथरिया, लोेरमी और मुंगेली के कुछ गांवों में अतिवृष्टि से फसल और घरों को नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर के माध्यम से ऐसे गांवों का जल्द सर्वे कराकर फसल और घरों को हुए नुकसान का मुआवजा संबंधित लोगों को किया जाएगा। पाटन के जनप्रतिनिधियों ने मोबाइल फोन पर मुख्यमंत्री जन्मदिन की बधाई दी। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव जिले के छुरिया विकासखण्ड के जनप्रतिनिधियों के आग्रह पर वहां सिंचाई डेम के लिए सर्वे कराने का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान जनप्रतिनिधियों से आव्हान किया कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के सपने को साकार करने के लिए अपना सक्रिय सहयोग दे। सुराजी गांव योजना के अंतर्गत नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी विकसित किए जा रहे है। जनप्रतिनिधि गांवों में गौठानों को विकसित करने में भी सहयोग दें। गौठानों को मवेशियों के लिए डे-केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। मवेशियों को गौठानों में रखने से फसलें सुरक्षित रहेंगी। वहां तैयार होने वाले वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। लोगों की आय भी बढ़ेगी और हम स्वच्छता में भी आगे बढ़ेंगे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से कहा कि 13 दिसम्बर 2005 के पहले जो लोग वन भूमि पर काबिज थे उनका हक दिलाने की भी हर संभव कोशिश कार्यकर्ता करें।
मुख्यमंत्री निवास में कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोकसभा सांसद दीपक बैज, राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक, संसदीय सचिव शकुन्तला साहू, अंबिका सिंह देव, डाॅ. लक्ष्मी ध्रुव, रश्मि आशीष सिंह, विधायक संगीता सिन्हा, नगर निगम रायपुर के महापौर ऐजाज ढेबर, सभापति प्रमोद दुबे, राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के अध्यक्ष कुलदीप जुनेजा, राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, मुख्यमंत्री के सलाहकार विनोद वर्मा, रूचिर गर्ग और राजेश तिवारी सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री श्री बघेल से मुलाकात कर उन्हें जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दी।