जैविक उत्पादों की बढ़ी मांग, किसानों की आमदनी में हुआ इजाफा
रायपुर(आईएसएनएस)। राजधानी रायपुर के तुलसी बाराडेरा में आयोजित राष्ट्रीय कृषि में मेले में दूर-दराज क्षेत्रों से आकर किसान खेती किसानी की आधुनिक और उन्नत तकनीकों सीख रहे हैं। जैविक खेती की ओर भी किसानों का रूझान अब बढ़ने लगा है। किसान जैविक खाद के साथ साथ जैविक उत्पादों की जानकारी भी राष्ट्रीय मेले से ले रहे हैं। कबीरधाम जिले से अपने साथियों के साथ आए किसान धनराज बंजारे ने बताया कि वह कृषि मेले में खेती के आधुनिक तकनीक और उससे संबंधित जानकारी लेने आए हैं। यहां आकर उन्हेें उन्नत बीज ,यंत्र, जैविक खेती, जैविक खाद, कृषि यंत्रों, मृदा परीक्षण सहित खेती के साथ-साथ किये जा सकने वाले अन्य स्वरोजगार के क्षेत्रों की भी जानकारी मिली। श्री बंजारे के साथ कबीरधाम जिले से किसान चंपालाल धृतलहरे,राजकुमार, उमेन धृतलहरे और ईश्वरी माण्डले ने भी कृषि मेला घूम कर अपने-अपने रूचि के अनुसार क्षेत्रों की जानकारी ली।
किसान चंपालाल धृतलहरे ने बताया कि वे हर साल राष्ट्रीय कृषि मेले में आते हैं। यहां मिली जानकारी का उपयोग वह अपनी खेती में करते हैं,जिससे उन्हें फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मेला आयोजन में सुविधाओं में बढ़ोत्तरी हुई है,पंडाल के साथ पक्की बिल्डिंग में भी व्यवस्थित स्टॉल लगाए गए हैं,पीने के पानी की भी समुचित व्यवस्था है,इससे सुविधा हो रही है। उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि मेले में उन्हें खेती की आधुनिक तकनीक के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, लाख उत्पादन, की भी जानकारी मिली। प्रमाणित धान एवं सब्जियों, फलों की बीज, हाइब्रिड पौधे, कल्टीवेशन से तैयार नर्सरी के पौधे, सब्सिडी वाले आधुनिक कृषि यंत्र तकनीक, सहित जैविक खाद भी यहां मिल रहा है। मेले में उन्हें वर्मी कम्पोस्ट बनाने के बारे में जानकारी मिली। विभिन्न स्टॉलों में उन्होंने शुगर फ्री चावल के बीज के बारे में पता किया है। उन्होंने यहां वितरकों का पता,कार्ड और मोबाईल नंबर ले किया है। अपने गांव जाकर वह कृषि अधिकारियों और ग्राम सेवक से जानकारी लेकर उन्नत फसल तकनीक जैविक खेती करेंगे।