नई-नई शिक्षण सामग्री से अबूझमाड़िया बच्चों की पढ़ाई
रायपुर। कोरोना संकट काल में बस्तर अंचल के अबूझमाड़ और ओरछा जैसे दुर्गम और वन क्षेत्रों में बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखना एक चुनौती थी। यहां न तो इंटरनेट और न ही अन्य किसी माध्यम से पढ़ाई संभव थी। ऐसी स्थिति में आश्रम शाला बेड़मा के सहायक शिक्षक हेमंत बाम्बोड़े नई-नई शिक्षण सामग्री तैयार कर रोचक अंदाज में बच्चों की पढ़ाई कराई।
सहायक शिक्षक हेमंत बाम्बोड़े ने बताया कि उनके आश्रम शाला में विशेष पिछड़ी जनजाति के बच्चे अध्ययनरत हैं। इन बच्चों को रोचक अंदाज में शिक्षा देने के लिए उन्होंने कई सहायक शिक्षण सामग्री तैयार की, जिससे ये बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई कर सकें। उन्होंने बताया कि गणितीय स्थानीय मान बॉक्स, यातायात संकेतक, भारतीय मुद्रा से स्थानीय मान की समझ, हांसिल जोड़ चार्ट, घटाव चार्ट, गुणा का बॉक्स, गुणा चार्ट, भाग चार्ट समय मिनट, कैलेंडर, गणितीय चिन्हों का संकेत साथ ही हिंदी वर्णों का बारहखड़ी मात्रा बॉक्स व मिलान जपउ, अंग्रेजी अल्फाबेट उच्चारण, अंग्रेजी मैजिक बॉक्स, सामान्य ज्ञान इत्यादि शिक्षण सहायक सामग्री तैयार की। इन शिक्षण सामग्रियों के जरिए अध्यापन से बच्चों को सीखने और समझने की प्रक्रिया आसान हुई। बच्चों की समझ और उनके कौशल में बढ़ोत्तरी हुई।