मुख्यमंत्री पहुंचे ‘पढ़ई तुंहर दुआर‘ योजना की मोहल्ला क्लास में गांव के बच्चों ने सुनाए तुलसी के दोहे, पहाड़ा भी सुनाया
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन तहसील के ग्राम अमलेश्वर में ‘पढ़ई तुहार दुआर‘ योजना के तहत संचालित मोहल्ला क्लास के बच्चों के पास पहुंचे। उन्होंने बच्चों से हिंदी, गणित और पर्यावरण संबंधी खूब प्रश्न पूछे, बच्चों ने इनका कुशलतापूर्वक उत्तर दिया, मुख्यमंत्री ने बच्चों को खूब शाबासी दी। बच्चों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके स्कूल में संगीत के माध्यम से पढ़ाई की जाती है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दोहे सुनाओ। इस पर एक छात्रा ने तुलसीदास जी का दोहा सुनाया। तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चंहु ओर, बसीकरण इक मंत्र है परिहरु बचन कठोर। मुख्यमंत्री ने कहा, बहुत अच्छे से पढ़ाई हो रही है। इसके बाद उन्होंने बच्चों से घातांक के बारे में प्रश्न पूछा। 18 का पहाड़ा भी पूछा। बच्चों ने फर्राटे से इसका जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से पर्यावरण की परिभाषा भी पूछी। बच्चों ने इसकी परिभाषा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहना है अपितु अन्य लोगों को भी संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। उदाहरण के लिए आपके गांव के पास से खारुन नदी बहती है। उसमें लोग प्लास्टिक डाल देते हैं, जब भी ऐसा देखें तो लोगों को आगाह करें, उन्हें बताएं कि यह पर्यावरण के लिए कितना खतरनाक है। उन्होंने बताया कि पानी का प्रदूषण बेहद खतरनाक हो सकता है। 80 प्रतिशत बीमारियां दूषित पानी से होती हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग कहते थे- पानी पियव छान के, गुरु बनावव जान के।
आज दुर्ग जिले के पाटन तहसील के ग्राम अमलेश्वर में 'पढ़ई तुहार दुआर' योजना के तहत संचालित मोहल्ला क्लास के बच्चों से मिला।
बच्चों से हिंदी, गणित और पर्यावरण संबंधी खूब प्रश्न पूछे, बच्चों ने इनका कुशलतापूर्वक उत्तर दिया।
सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ। pic.twitter.com/pDVKJwF5yq
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 11, 2020
हम पर्यावरण के प्रति जितने जागरूक रहेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में बच्चे पर्यावरण के प्रति बेहद सजग हैं। यूरोप में तो इसके लिए आंदोलन भी किये गए हैं। उन्होंने कहा कि पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण करते हैं। जितने पेड़ होंगे, ग्लोबल वार्मिंग उतनी ही घट जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग की वजह से ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्र का जलस्तर बढ़ जाता है। इससे समुद्र तट के किनारे के शहरों के डूबने की आशंका बनती है। इसे रोकने अधिकाधिक पेड़ लगाने जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि हम सब छत्तीसगढ़ महतारी की संतान हैं। हम सब शक्तिशाली होंगे तो हमारा राज्य मजबूत होगा। इसके लिए हमें अपने गोधन को सहेजना होगा। मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव के बारे में भी बच्चों से पूछा। बच्चों ने कहा कि इसके लिए हम मास्क पहनते हैं। समय समय पर साबुन से हाथ धोते हैं। मुख्यमंत्री से बच्चों ने ढोलक, तबला जैसी संगीत सामग्री की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही आप लोगों को यह सामग्री मिल जाएगी। इस मौके पर संभागायुक्त टीसी महावर, कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, एसपी प्रशांत ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।