छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के नव नियुक्त अध्यक्ष विपिन साहू ने पदभार ग्रहण किया
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के अध्यक्ष विपिन साहू द्वारा पदभार ग्रहण करने पर उन्हें बधाई एवं शुभकमानाएं दी। गौरतलब है कि राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री साहू ने आज पदभार ग्रहण किया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि श्री साहू के मार्गदर्शन में दुग्ध महासंघ छत्तीसगढ़ राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही इसकी बेहतर विपणन व्यवस्था के लिए हरसंभव पहल करेगा।
दुग्ध महासंघ के पदभार ग्रहण समारोह में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, पूर्व विधायक गुरूमुख सिंह होरा, पूर्व विधायक लेखराम साहू, अध्यक्ष-कृषि उपज मण्डी दुर्ग अश्वनी साहू, अन्य पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू, उपाध्यक्ष पर्यटन मण्डल चित्रलेखा साहू, राज्य महिला आयोग मण्डल तुलसी साहू, अध्यक्ष तेलघानी बोर्ड संदीप साहू, जगदीश साहू, दीपक साहू, ममता साहू, राजेन्द्र साहू, पूर्व मंत्री कृपाराम साहू, पूर्व सदस्य गौ सेवा आयोग पुरूषोत्तम साहू, सदस्य श्रम कल्याण मण्डल झुमुक लाल साहू एवं साहू समाज के प्रतिनिधि तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विश्वास दिलाया कि अध्यक्ष विपिन साहू के मार्गदर्शन में दुग्ध महासंघ को नई दिशा एवं गति दी जाएगी। जिससे छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के दुग्ध पालकों की आय में वृद्धि होगी। वे सरकार की मंशा के अनुरूप पशुपालकों के हितों के लिए निरंतर कार्य करेंगे। कार्यक्रम में अध्यक्ष विपिन साहू ने अपने उद्बोधन में उद्धृत किया कि दुग्ध महासंघ को नई उचाई पर ले जाने के लिए कटिबद्ध होकर कार्य करेंगे और दुग्ध समितियों का विस्तार करेंगे। साथ ही राज्य में दुग्ध विपणन की समुचित व्यवस्था की जाएगी तथा दुग्ध महासंघ को सरकार की मंशा के अनुरूप उत्तरोत्तर वृद्धि की ओर ले जायेंगे एवं शीर्ष संस्था के रूप में प्रतिस्थापित करने का प्रयास करेंगे।
कार्यक्रम में प्रबंध संचालक नेरन्द्र कुमार दुग्गा ने बताया कि छत्तीसगढ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ मर्यादित शीर्ष सहकारी संस्था है, जिसके अंतर्गत 22 जिलों में 1100 दुग्ध सहकारी समितियां गठित हैं तथा 42 हजार 885 दुग्ध उत्पादक सदस्य हैं, जो लगभग एक लाख लीटर प्रतिदिन दूध का संग्रहण करते हैं एवं दूध की प्रोसेसिंग की जाकर दुग्ध महासंघ द्वारा दूध के पैकेट तथा, घी, पेड़ा, पनीर, खोवा, मट्ठा, लस्सी, दही, सुगंधित मीठा दूध, दुग्ध चूर्ण एवं विभिन्न प्रकार के दुग्ध उत्पाद बनाकर विक्रय किया जाता है। दुग्ध महासंघ के दुग्ध प्रदायक कृषकों को उनके दूध कय मूल्य का भुगतान किया जाता है। लगभग प्रति 10 दिन में 2.25 करोड रूपये का भुगतान डी.बी.टी. के माध्यम से भुगतान किया जाता है।