धन्य है आपका मुख्यमंत्री जी, जो हमारे हाथों में काम देकर गरीबी दूर किया… : सीता, गीता और हीना की बानगी सुन मुख्यमंत्री ने दी बधाई
रायपुर। ये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल है। अभी एक साल भी नहीं हुआ है, उनके द्वारा लागू किए गो धन न्याय योजना को। शायद यह उनकी दूर दृष्टि और दूरदर्शी सोच ही रही होगी कि भविष्य में गोधन न्याय योजना किस तरह से गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाएगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ उनकी गरीबी दूर कर उनकी जरूरतों को पूरा करेगा। छत्तीसगढ़ में लागू हुई इस योजना से कैसे गरीबों के जीवन में बदलाव आ रहा है और कैसे लोग आगे बढ़ रहे हैं, इसकी बानगी आज एक बार सुनने को मिली। सूरजपूर, कोरिया जिले में करोड़ो रुपए के विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन के दौरान मुख्यमंत्री के सामने सूरजपूर जिले के गांव में रहने वाली सीता देवी ने गोठान से जुड़कर वर्मी कम्पोस्ट निर्माण कर मुनाफा कमाने की न सिर्फ कहानी बताई, अपने इस मुनाफे के पीछे शासन की योजना को महत्वपूर्ण बताते हुए जब माइक से सबके सामने बोली कि धन्य है मुख्यमंत्री जी आपका, जो आपने गोठान के माध्यम से हम महिलाओं के हाथों में काम देकर हमारी गरीबी दूर की…इसके लिए हम सभी गरीब महिलाए आपका तहेदिल से आभार व्यक्त करते हैं… तो इस शब्द को सुनने वाले अधिकांश लोगों के हाथों से ताली बज उठी। ग्रामीण महिला सीता देवी के जुबान से यह शब्द सुनकर मुख्यमंत्री भी भावुक हो उठे और उन्होंने सीतादेवी को उनकी सफलता पर बधाई दी।
हितग्राहियों के बीच संवाद स्थापित होने के दौरान सूरजपूर जिले के ग्राम करवा की सीता देवी ने बताया कि उनका समूह इंदिरा स्व सहायता गोठान में वर्मी कम्पोस्ट, केंचुआ खाद और पैकेजिंग से मुनाफा अर्जित कर रही हैं। 40 हजार रुपए की आमदनी के साथ 50 हजार रुपए अतिरिक्त आय भी होने वाली है। सीता देवी ने गोठान के माध्यम से महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जताया।
इसी जिले के विश्रामपुर की गीता देवी ने बताया कि गौ पालन कर गोधन न्याय योजना का लाभ उठा रही है। गोबर बेचने के बाद जो पैसे मिले हैं उससे गाय के शेड और अपनी बेटी को मेडिकल की पढ़ाई का फीस भी वहन की है। गीता देवी ने जब मुख्यमंत्री से कहा कि मुख्यमंत्री जी मैं चाहती हूं कि आगे भी योजना सफल रहे ताकि हम जैसे लोगों को बेटी की पढ़ाई का फीस जमा करने में दिक्कत न हो…तो गीता देवी की बात सुनकर मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना बिल्कुल जारी रहेगी, आप लोग गोबर बेचते रहे। गोठान में खरीदी होगी। वर्मी कम्पोस्ट बनेगा। लोगों को रोजगार मिलेगा। योजना से बहुत लोग लाभान्वित हुए हैं और उन्हें अपना घर, गृहस्थी चलाने में आसानी हुई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल विगत 9 दिन से प्रदेश के जिलों को विकास कार्यों की सौगात दे रहे हैं। 8 से 16 जून तक उन्होंने 18 जिलों में 5230 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण भूमिपूजन किया है और हजारों हितग्राहियों को सामग्री का वितरण भी कर चुके हैं। कोविड 19 की वजह से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से वर्चुअल हो रहे इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री बघेल संबंधित जिलों के हितग्राहीयों से सीधे जुड़कर शासन की योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन और उसकी सफलता की भी टोह ले रहे हैं। मुख्यमंत्री के बीच संवाद स्थापित होने पर हितग्राही अपनी सफलता की कहानी तो बयां कर ही रहे हैं, इस बीच वे मुख्यमंत्री के सवालों का भी जवाब दे रहे हैं। मुख्यमंत्री से संवाद के दौरान कोरिया जिले के जय बजरंग स्व सहायता समूह की प्रतिभा बाई ने गोठान में वर्मी कम्पोस्ट निर्माण कर 168 क्विंटल का विक्रय करने और 63 हजार नकद मिलने, 350 किलो केचुआं खाद बेचकर 52 हजार रुपए की आमदनी होने की बात बताई। दुर्गा स्व सहायता समूह की मंजू राजवाड़े ने ईंट निर्माण कर सवा लाख रुपए मिलने और वर्मी कम्पोस्ट, कृषि उपकरण आदि बनाने से हो रही आमदनी की बदौलत परिवार का खर्च आसानी से चलने की बता कही। एकता स्व सहायता समूह पटना की हीना बेगम ने लॉकडाउन में मास्क निर्माण करने से तीन लाख रुपए की बिक्री होने से डेढ़ लाख का शुद्ध मुनाफा और ट्री गार्ड निर्माण कर 12 लाख के विक्रय में तीन लाख रुपए की शुद्ध आमदनी मिलने से सभी सदस्यों को 30-30 हजार रुपए प्राप्त होने की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महिलाओं के इस आत्मविश्वास और परिश्रम से मिली सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आप सभी आत्मनिर्भर की राह में निरन्तर आगे बढ़े और आपने जो सफलता अर्जित की है उसकी जानकारी देते हुए अन्य महिलाओं को अवश्य प्रेरित करें।