महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा, स्वावलंबन और करूणा का रास्ता दिखाया : भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा, स्वावलंबन और करूणा का रास्ता दिखाया। गांधीजी के इन जीवन मूल्यों में ठोस आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक दर्शन है। इस दर्शन में स्वावलंबन का सूत्र भी छुपा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा की ताकत को पहचाना। उनका अहिंसा पर अटूट विश्वास था। मुख्यमंत्री आज राजधानी रायपुर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में कंडेल से प्रारंभ हुई सप्ताहव्यापी ’गांधी विचार पदयात्रा’ के समापन अवसर पर आयोजित विशाल आमसभा को सम्बोधित कर रहे थे।
आज "गाँधी विचार पदयात्रा" में मैं स्वयं भी शामिल हुआ।
बापू के बच्चों के भीतर उनके विचारों के प्रति आस्था, उनके संदेशों को आगे पहुंचाने के लिए उनके अंदर का समर्पण भाव, उनका जोश और जुनून देखकर मैं अभिभूत हूँ।"बापू की विचारधारा और राष्ट्रवाद, देश के संत महात्माओं का राष्ट्रवाद है" pic.twitter.com/nTAc2P3yv5
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) October 10, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 150वीं जयंती पर पूरी दुनिया में याद किया जा रहा है, क्यों कि उन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलायी। महात्मा गांधी अहिंसा की ताकत को पहचानते थे। उन्होंने पशुबल के सामने आत्मबल को खड़ा किया। उनका अहिंसा का रास्ता आम जनता के लिए था। महात्मा गांधी ने किसानों के लिए संघर्ष किया, बुनकरों को सम्मान दिलाया। उन्होंने कहा कि हाथ से काम करने वाले भी सम्मान के पात्र हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रपिता ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का काम किया और ’अंग्रेजों भारत छोड़ो’ तथा ’करो या मरो’ का नारा दिया और अहिंसा की ताकत से देश को आजादी दिलायी।
4 अक्टूबर को कंडेल ग्राम, धमतरी से शुरू हुई 'गांधी विचार पदयात्रा' का समापन आज गांधी मैदान, रायपुर में मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel के सम्बोधन से हुआ। गांधीजी की 150वी जयंती पर आयोजित इस पदयात्रा से प्रदेश के कोने-कोने तक गांधीजी के विचार पहुँचे। pic.twitter.com/0shUHeJlLG
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) October 10, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें गांधी जी की करूणा को समझने के साथ-साथ सम्प्रदायिकता की अंतरंग बुनावट और तानाशाही की मंशा के समाजशास्त्र को भी समझना होगा तभी गांधी विचार यात्रा पूरी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ’कंडेल नहर सत्याग्रह’ को समर्थन देने के लिए छत्तीसगढ़ आये थे। उन्होंने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान रायपुर के गांधी मैदान में आमसभा को सम्बोधित किया था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उनकी स्मृति मेें कंडेल से 4 अक्टूबर को ’गांधी विचार पदयात्रा’ प्रारंभ की गई और आज इस सप्ताहव्यापी पदयात्रा का गांधी मैदान में समापन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ एक परिवार के जैसा है। सुख-दुख में हम सब एक दूसरे के साथी हैं। छत्तीसगढ़ सरकार इसी भावना के साथ कार्य कर रही है। नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी ये केवल नारे नहीं है बल्कि इसमें गांधी जी का दर्शन और स्वावलंबन सूत्र छुपा है।
श्री बघेल ने इस पदयात्रा में शामिल सभी लोगों को बधाई देेते हुए कहा कि आप सब ने पूरे जोश और उत्साह के साथ इस पदयात्रा में शामिल होकर गांधी जी के रास्ते पर चलने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि बारिश के बीच भी पदयात्रा पूरे उत्साह के साथ बिना रूके आगे बढ़ती रही, जिसके लिए आप सब बधाई के पात्र है।
कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं गांधी जी के आदर्शों और विचारों से प्रेरित हैं। विधायक मोहन मरकाम ने भी आम सभा को सम्बोधित किया। इस अवसर पर गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सांसद श्रीमती छाया वर्मा, विधायक धनेन्द्र साहू, अरूण वोरा, कुलदीप जुनेजा और विकास उपाध्याय, पूर्व सांसद श्रीमती करूणा शुक्ला सहित अनेक जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।