छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रही सरकार: प्रभारी मंत्री कवासी लखमा

धमतरी। छत्तीसगढ़ का पहला स्थानीय त्योहार हरेली का जिला स्तरीय आयोजन आज कुरूद विकासखण्ड के ग्राम पचपेड़ी तथा धमतरी विकासखण्ड के ग्राम पोटियाडीह में किया गया, जिसमें प्रदेश के आबकारी एवं उद्योग मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने गौठानों का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने ग्राम पचपेड़ी तथा पोटियाडीह में पांच-पांच गौठानों का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल, कबड्डी. बिल्लस, गेड़ी दौड़, रस्साकशी, तीरंदाजी, फुगड़ी, कुर्सी दौड़, जलेबी दौड़ का प्रदर्शन किया गया।

जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखमा आज दोपहर 12 बजे ग्राम पचपेड़ी पहुंचे, जहां पर उन्होंने आदर्श गौठान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री लखमा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा फलदार, फूलदार एवं छायादार पौधे रोपे, जिसमें गुलमोहर, पीपल, आम, जामुन, कटहल, बरगद, अमलतास, अकेशिया के पौधे सम्मिलित हैं। उन्होंने गौठान में परम्परागत पूजा कर वहां बनाए गए आदर्श वर्मी कम्पोस्ट शेड, घुरूवा, कोटना का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने उनका स्वागत पारम्परिक खुमरी और राउत लाठी भेंटकर तथा छत्तीसगढ़ी दोहे की बंदिश के साथ किया। तदुपरांत पचपेड़ी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में आयोजित पारम्परिक खेलों का शुभारंभ किया। मंत्री श्री लखमा ने गेड़ी, रस्साकशी और तीरंदाजी स्पर्धा में हिस्सा भी लिया।

मुख्य अतिथि की आसंदी से ग्रामीणों को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार यहां की ठेठ परंपराओं को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उक्त आयोजन की शुरूआत की। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में अब तक होली, दीपावली, क्रिसमस और बकरीद जैसे त्यौहारों पर ही छुट्टियां मिलती थीं, लेकिन प्रदेश की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए पहली बार उन्होंने हरेली त्यौहार पर अवकाश घोषित किया, ताकि लोग अपनी प्राचीन विरासतों एवं धरोहरों से जुड़ सकें। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित कर प्रदेश में विलुप्त हो रही धरोहरों एवं संस्कृति को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर कुरूद विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक लेखराम साहू ने इसे एक अच्छी पहल बताते निरूपित करते हुए शासन की सुराजी गांव योजना के तहत् नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी को संरक्षित एवं सुरक्षित की अपील की। कार्यक्रम में वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इसके पहले, केबिनेट मंत्री ने ग्राम गाड़ाडीह, भेलवाकूदा, सुपेला, बोरझरा और पचपेड़ी में निर्मित कुल पांच गौठानों का लोकार्पण किया। इस दौरान महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए छत्तीसगढ़ के स्वादिष्ट व्यंजन चीला (गुरहा एवं नूनहा), पपची, बोबरा, खुरमा (गेहूं एवं चावल आटे से बना), खुरमी, चाकोली, गुलगुल भजिया, सोंहारी, चैंसेला, बिरबिरा, पिड़िया, अरसा, मूंग बड़ा आदि का स्वाद अतिथियों एवं अधिकारियों ने चखा।

तदुपरांत केबिनेट मंत्री श्री लखमा ने धमतरी विकासखण्ड की ग्राम पंचायत पोटियाडीह में निर्मित आदर्श गौठान सहित ग्राम तेलीनसत्ती, सेहराडबरी, संबलपुर तथा लोहरसी में नवनिर्मित गौठानों का लोकार्पण किया। इसमें गौठान परिसर में ऑक्सीजोन में मिश्रित वृक्षारोपण कार्य भी शामिल है। उन्होंने गौठान परिसर में सांकेतिक तौर पर पांच फलदार एवं छायादार पौधे भी लगाए गए। साथ ही गौठान परिसर में चरवाहों के विश्राम के लिए बनाए गए गोपाल कुंज ग्राम का भी फीता काटकर शुभारंभ किया।

ग्राम पोटियाडीह के रंगमंच चैक पर आयोजित कार्यक्रम में विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रदेश के केबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सफल नेतृत्व में सिर्फ सात माह की अल्पावधि में प्रदेश में अनेक सकारात्मक एवं सृजनात्मक कार्य क्रियान्वित हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल स्वयं माटीपुत्र हैं, इसलिए किसानों के दुःख-दर्द से वे अच्छी तरह से वाकिफ हैं। यह आमजनता की हितैषी सरकार है, जो किसानों, मजदूरों तथा गरीबों का अहित कदापि नहीं होने देगी। उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को उनकी मेहनत के प्रतिफल के रूप में 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान का समर्थन मूल्य देने वाली देश की पहली सरकार है। इतने कम समय में ही वायदे के मुताबिक बिजली बिल का सरचार्ज आधा किया, साथ ही राशनकार्ड का नवीनीकरण कर अनाज की मात्रा में पर्याप्त वृद्धि की। श्री लखमा ने ग्रामीणों को हरेली पर्व की बधाई देते हुए छत्तीसगढ़ की प्राचीन धरोहरों को बचाए रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर स्कूली विद्यार्थियों द्वारा छत्तीसगढ़ी परम्पराओं पर आधारित आकर्षक लोकनृत्य का भी प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के अंत में गेड़ी दौड़, जलेबी दौड़ तथा कुर्सी दौड़ में विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक धमतरी गुरूमुख सिंह होरा तथा पूर्व विधायक कुरूद श्री साहू ने भी सरकार के कार्यों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में जिला पंचायत सदस्य नीशु चंद्राकर, कविता बाबर, वरिष्ठ नागरिक मोहन लालवानी, रामगोपाल अग्रवाल, कलेक्टर रजत बंसल, पुलिस अधीक्षक बालाजी राव, वनमण्डलाधिकारी अमिताभ बाजपेयी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत विजय दयाराम के. के अलावा काफी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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