ई-साक्षरता केन्द्रों में भी गूंजेगा ‘अरपा पैरी के धार…..’
रायपुर(आईएसएनएस)। ‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़’ के अंतर्गत प्रदेश के ई-साक्षरता केन्द्रों में छत्तीसगढ़ का राज गीत ‘अरपा पैरी के धार….’ प्रत्येक माह प्रत्येक बैच में नियमित रूप से गाया जाएगा। राज्य साक्षरता मिशन के संचालक एवं सदस्य सचिव श्री एस. प्रकाश ने यह निर्देश सभी जिलों को दिए हैं।
‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़’ कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कुमार पाण्डेय ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में स्थापित 36 ई-साक्षरता केन्द्रों में छत्तीसगढ़ का राज गीत ‘अरपा पैरी के धार…’ प्रदर्शित किया जाएगा। प्रति माह प्रत्येक बैच को इसे सिखाकर प्रमुख कार्यक्रमों में शिक्षार्थियों द्वारा गवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि संचालक द्वारा यह निर्देशित किया गया है कि साक्षरता केन्द्रों को सुन्दर और आकर्षक बनाया जाए। केन्द्र के लिए स्थल का चिन्हांकन शिक्षार्थियों की सुविधानुसार हो। ई-साक्षरता केन्द्र में डिजिटल साक्षरता के अलावा व्यक्तित्व विकास, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास, जीवन मूल्य और नागरिक कर्तव्य को मिलाकर सभी विषयों को चक्र में प्रदर्शित किया जाए।
संचालक एस. प्रकाश ने यह भी निर्देशित किया है कि मुख्यमंत्री शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के एक माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम की समय-सारिणी में संशोधन कर अब डिजिटल साक्षरता पर 80 प्रतिशत, शेष विषयों पर 20 प्रतिशत फोकस कर प्रत्येक सप्ताह के अंत में अन्य विषयों पर 40-40 मिनट की चर्चा होगी। ई-साक्षरता केन्द्रों में फोटो और न्यूज गैलेरी भी बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षार्थियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिए जाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके तहत उन्हें डिजिटल उपकरणों के परिचय के साथ-साथ उनका उपयोग किए जाने की प्रक्रिया के बारे में भी सिखाया जाएगा।