छत्तीसगढ़ी भाषा को सबसे ज्यादा सम्मान गुरू बाबा घासीदास ने दिया – मुख्यमंत्री श्री बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा को सबसे ज्यादा सम्मान बाबा गुरू घासीदास ने दिया है। उन्होंने अपने संदेश जन सामान्य की भाषा में इसलिए दिया कि सभी लोग आसानी से समझ सके। उनके मनखे-मनखे एक समान का संदेश पूरी मानवता के लिए है। उनके संदेश से समाज में समानता, समरसता और भाईचारा का वातावरण बना। उनका संदेश आज भी प्रासंगिक हैं। मुख्यमंत्री आज यहां गुरू घासीदास जयंती समारोह और राष्ट्रीय संगोष्ठि को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा किया गया था।
सत्य, अहिंसा और सामाजिक सद्भावना के पथ प्रदर्शक एवं सतनाम पंथ के संस्थापक बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती पर हम सब कोटि-कोटि नमन करते हैं। उनके उपदेश समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय हैं। उन्होंने ’मनखे-मनखे एक समान’ के प्रेरक वाक्य के साथ यह संदेश दिया कि सभी मनुष्य एक समान हैं। pic.twitter.com/tx9HS9kje3
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 18, 2019
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरू घासीदास ने जीवन का लक्ष्य सत्य की प्राप्ति बताया। सत्य के साथ अहिंसा रहती है और जहां अहिंसा है वहां प्रेम और भाईचारा है। सत्य सब जगह है, कोई भी काल हो उसकी महत्ता कम नहीं होती। गुरू बाबा ने जिस समय अपना संदेश दिया उस परिस्थिति में सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बात करने की कल्पना नहीं की जा सकती थी। उन्होंने सभी प्रकार की कुरीतियों का विरोध किया और नारी को सम्मान दिलाने का काम किया। यहां तक कि प्राणीमात्र पर दया करने पर जोर दिया। उन्होंने सत्य के प्रतीक के रूप में जैतखाम की स्थापना की, जिसके दर्शन से सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
सतनाम पंथ के प्रवर्तक एवं महान संत बाबा गुरु घासीदास जी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर कल बिलासपुर प्रवास के दौरान जरहाभाठा स्थित महंत बाड़ा पहुंचकर वहां पूजा-अर्चना कर बाबा गुरु घासीदास से प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली का आशीर्वाद माँगा। pic.twitter.com/QP9YNGITny
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गुरू घासीदास जयंती समारोह में गुरू घासीदास का सामाजिक समरसता में योगदान विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठि का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अनेक साहित्यकारों, विद्वानों और सामाजिक क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए समाज के लोगों को अलंकरण सम्मान में शॉल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने गुरू घासीदास के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारिक विभिन्न पुस्तकों और बाबाजी 36 वेबसाइट का विमोचन भी किया। समारोह में मुख्यमंत्री ने नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया को उनके जन्म दिन पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर विधायक सत्यनाराण शर्मा सहित देश के विभिन्न स्थानों से आए साहित्यकार और वक्ता, गुरू घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के प्रदेश अध्यक्ष के.पी. खाण्डे, जे.आर. सोनी सहित अकादमी के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे।